इस भीड़ भरी दुनिया से,
दो पल अलग चल कर के तो देखो ।
इस भारी भरकम जीवन से,
दो पल सुकून के निकाल कर तो देखो ।
हर पल हसीन लगने लगेगा,
खामोशियाँ भी सुनाई देने लगेंगी,
अपनी मुसकुराहटों मे अलग सा नूर पाओगे,
एक पल इत्मिनान से खुद से रूबरू हो कर तो देखो ।
🖋️Shivani Thakur
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