Jahnvi GuptaMay 11, 20201 min read🌸आयिये रुबरु होते हैंकुछ ऐसे दबे राज़ो से!होगी मुलाक़ात कलम कागज़ की,फिर मेरे अल्फ़ाज़ो से!🖋️ Chirag Sethi
Begaaneजब तुम्हे जरूरत थी तो तुम्हारे पुकारने से पहले हाज़िर होते थे, तबीयत खराब तुम्हारी होती थी, रातों को हम ना सोते थे, कैसे भुला दिया वो दिन...
Shayarलिखता हूं कुछ सोच तेरे बारे, शायद एक शायर हूं, आपको खोने से क्या डरने लगे, आपको क्या लगता है मै कायर हू, - Avi Arora #2am_session
Maaदुनिया मनने रब नू , मेरा रब मेरी मां ए , रब वारगी मेरी बेबे नू ना दुख मिले कदे उसदे हिस्से दे सारे दुख मै जर लू खुशियां अपने हिस्से दी मै...
Comments